मेरे बाबा के द्वार सच्चे दिल से जो माँगो तुमको लिरिक्स Mere Baba Ke Dwar Lyrics

मेरे बाबा के द्वार सच्चे दिल से जो माँगो तुमको लिरिक्स Mere Baba Ke Dwar Lyrics, Khatu Shaym Ji Bhajan by Mukesh Bagada

मेरे बाबा के द्वार,
सच्चे दिल से जो माँगो तुमको
देगा लख दातार,
वो है दिलदार,
क्यों हो गुमसुम,
मिटा लो गम सभी तुम,
मेरे बाबा के द्वार,

मेरे प्यारे सांवरिया की,
दिलदारी को देखो तुम,
खाटू नगरी के राजा की,
दातारी को देखो तुम,
बाबा वो है दातार,
वो तो चाहे जिस पे,
पे कृपा करके,
कर दे बेड़ा पार,
वो है दिल दार,
क्यों हो ग़ुम सुम,
मिटा लो गम सभी तुम।।

दिल में सच्ची श्रद्धा लेकर,
बाबा के दर पर जाओ,
सारे ज़माने की खुशियों की से,
अपनी झोली भर लाओ,
लिले का वो सवार,
अपने भक्तो की अटकी,
नैया कर देता है पार,
वो है दिल दार,
क्यों हो गुमसुम,
मिटा लो गम सभी तुम,
मेरे बाबा के द्वार।

शीश झुकाकर श्याम धणी को,
दुखड़े सारे बता देना,
जो भी गम हो,
दिल में बन्दे,
खुलकर उन्हें सुना देना,
वो दयालु अपार,
दिन दुखीयो की विनती,
सुनने को रहता तैयार,
वो है दिल दार,
क्यों हो गुमसुम,
मिटा लो गम सभी तुम,
मेरे बाबा के द्वार।

ऐसे गुम सुम तुम ना बैठो,
जाओ खाटू में जाओ,
अपने दिल को,
यूँ ना जलाओ,
बाबा से तुम बतलाओ,
वो है साचा दरबार,
थोड़ा मांगो तो भी,
तुमको देगा बेशुमार,
वो है दिल दार,
क्यों हो गुमसुम,
मिटा लो गम सभी तुम,
मेरे बाबा के द्वार।

कहता है ये आज बागड़ा,
श्याम दया करते रहना,
जैसे मुझको भरते आए,
सबको ही भरते रहना,
बेख़बर एक बार,
जो भी बाबा के द्वारे जाये,
हो जाये उद्धार,
वो है दिल दार,
क्यों हो गुमसुम,
मिटा लो गम सभी तुम,
मेरे बाबा के द्वार।

मेरे बाबा के द्वार,
सच्चे दिल से जो माँगो तुमको
देगा लख दातार,
वो है दिलदार,
क्यों हो गुमसुम,
मिटा लो गम सभी तुम,
मेरे बाबा के द्वार।

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)