मेरे सांवरिया सरकार खोलो खोलो किवड़िया लिरिक्स Kholo Kholo Kivadiya Lyrics

मेरे सांवरिया सरकार खोलो खोलो किवड़िया लिरिक्स Kholo Kholo Kivadiya Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Vimal Dixit “Pagal” Saawariya

मजबूर किया दिल ने,
लाया खाटू नगरीया,
मेरे साँवरिया सरकार,
खोलो खोलो जी किवड़िया,
मेरे साँवरिया सरकार,
खोलो खोलो जी किवड़िया।

पागल मन की बस यही,
एक आशा है,
हो जाए तेरा दीदार,
मन ये बड़ा प्यासा है,
बोलते सभी प्रेमी क्यों करता,
तू निराशा है,
सूखी पड़ी प्रेम समन,
भर ले गगरिया,
साँवरिया सरकार,
मेरे साँवरिया सरकार,
खोलो खोलो जी किवड़िया,

तेरी तिरछी नजरो ने,
दिल छलनी ये किया प्यारे,
छलनी ये किया प्यारे,
कभी जो थे अपने,
दूर हो गए हैं वो सारे,
दिल ने कहा पापी मन,
श्याम शरण आजा रे,
वक़्त की कैसी रे बिजुरिया,
साँवरिया सरकार,
मेरे साँवरिया सरकार,
खोलो खोलो जी किवड़िया,

सूख रहा खून,
हृदय कुंड मन का खाली है,
कुंड मन का खाली है,
गहरी आई ग़म की घटा,
श्याम काली काली है,
जा रही यूँ जग से दूर,
क्यों तो ये खुशहाली है,
दर्शन को तेरे मैं तो
बनी रे बांवरिया,
साँवरिया सरकार,
मेरे साँवरिया सरकार,
खोलो खोलो जी किवड़िया,

जान लँगड़ाता हुई,
रोती हुई भक्ति है,
कलयुग की एक अलौकिक,
श्याम ही तो शक्ति है,
देख हालत रूह,
पागल की तड़पती है,
करूँ दीदार, करूँ दीदार,
चाहे बीते ये उमरिया,
साँवरिया सरकार,
मेरे साँवरिया सरकार,
खोलो खोलो जी किवड़िया,