श्याम सपनों में आए मुझे धीर बंधाएं लिरिक्स Shyam Sapano Me Aaye Lyrics

श्याम सपनों में आए मुझे धीर बंधाएं लिरिक्स Shyam Sapano Me Aaye Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Sanjay Ji Mittal

श्याम सपनों में आए, हाँ,
मुझे धीर बंधाएं,
मुझे हर पल ये समझाएं,
तू क्यों घबराता है,
क्यों जी को जलाता है।

तेरा मेरा नाता इतना गहरा है,
हरदम तेरे ऊपर मेरा पहरा है,
भाव भजन तू रोज कर,
मेरे भरोसे मौज़ कर,
हर पल मुस्काएं, दुःख मेरे मिटाएं,
मुझे हर पल ये समझाएं,
तू क्यों घबराता है,
क्यों जी को जलाता है।

दुनियाँ तेरा न्याय नहीं कर पाएगी,
सुख में दुःख में तुझको सिर्फ भुनाएगी,
इनसे कभी ना कुछ बोलना,
भेद ना अपने खोलना,
मुझे जीना सिखाए,
दुख मेरे मिटाए,
मुझे हर पल ये समझाएं,
तू क्यों घबराता है,
क्यों जी को जलाता है।

आँखों में तेरे बोल नमीं ये कैसी है,
मेरे होते बोल कमी ये कैसी है,
सब सुख तुझ पे वार दू,
तुझको इतना प्यार दू,
सर हाथ फिराए,
कभी गले से लगाए,
मुझे हर पल ये समझाएं,
तू क्यों घबराता है,
क्यों जी को जलाता है।

हारे का साथी मैं सदा कहाया हूँ,
इसीलिए तेरे सपनों में मैं आया हूँ,
तुझको जिताकर जाऊंगा,
रोमी को समझाऊंगा,
जाके सबको बताए,
जो भी मेरा हो जाए,
उसे आंच कोई ना आए,
मुझे हर पल ये समझाएं,
तू क्यों घबराता है,
क्यों जी को जलाता है।

श्याम सपनों में आए, हाँ,
मुझे धीर बंधाएं,
मुझे हर पल ये समझाएं,
तू क्यों घबराता है,
क्यों जी को जलाता है।