सांवरे की नजर जो पड़ी भजन लिरिक्स Sanware Ki Najar Jo Padi Lyrics

सांवरे की नजर जो पड़ी भजन लिरिक्स Sanware Ki Najar Jo Padi Lyrics, Khatu Shyam ji Bhajan by Monu Sharma

सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी,
मुझको परवाह नहीं आजकल है,
हाथ में इसके किस्मत मेरी,
सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी।

कोई मेरा सहारा नही
बिन तेरे अब गुजारा नहीं
क्यों देर लगाई प्रभु
क्या मैंने दिल से पुकारा नहीं
पल में हर लेता मुश्किल बड़ी,
सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी।

लाख गहरा समंदर रहे
मेरी कश्ती चलाता है ये
भव से कर देगा पार मुझे
सच्चे रिश्ते निभाता है ये
नैया कर देगा पार मेरी,
सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी।

चाहे दुश्मन जमाना बने
जिसको जलना हो जलते रहे
इस ने पकड़ा मेरे हाथ को
दीपक क्यों न दीवाना बने
सर पर रख दी जो मोर चढ़ी,
सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी।

सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी,
मुझको परवाह नहीं आजकल है,
हाथ में इसके किस्मत मेरी,
सांवरे की नजर जो पड़ी,
मस्त रहता हूं मैं हर घड़ी।

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन