Music By: राघव सचर
Lyrics By: शब्बीर अहमद
Performed By: सुखविंदर सिंह, राघव सचर, आकांक्षा शर्मा
(शिवाय)
ॐ
त्र्यम्बकं यजामहे
सुगंधिम् पुष्टिवर्धनम
(शिवाय)
उर्वारुकमिव बन्धना
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात
(शिवाय)
ॐ से शिव को याद करें
(सर्वदेव देवो शिवाय)
नमो: से शिव का ध्यान धरें
(तनो: तुन: शिवम् शिवाय)
शिवाय शिव संहार करें
(नमो शिवो शिव शिवस शिवाय)
ॐ से शिव को याद करें
नमो: से शिव का ध्यान धरें
शिवाय शिव संहार करें
पक्ष में, शंकर विराजे
ब्रह्माण्ड में शिव डमरू बाजे
एक अकेला सौ के बराबर
दहाड़े युद्ध में मारे ललकार कर
भक्तों की करे सहाय
शिवाय, शिवाय
शिवाय, शिव शिव शिवाय
शिवाय, शिवाय
ॐ नमः शिवाय
जग में शिव का डमरू बाजे
काँधे पे काले नाग विराजे
भूत प्रेत भी थर थर काँपे
शरन खड़े राजे महाराजे
लट धरी जब जब लट खोले
आँखों से बरसे आग के शोले
चारों दिशायें थर थर्राएँ
तांडव करे जब बम-बम भोले
(शिवाय, शिवाय, शिवाय)
इक दिन रूठ कर लगी पार्वती जाने
आये थे शिव फिर उनको मनाने
वो तो थीं मानी, तुम क्यूँ ना मानी
सारे ज़माने की ज़िद कैसी ठानी
जिस दिन आए हम गंगा नहाएँ
शिव शंकर को भोग चढ़ाएँ
भक्तों की करे सहाय
शिवाय, शिवाय…
भोले आये गंगा नहई के, भभूति लगई के
दम लेंगे अब जोगनिया मनाई के
भाँग गले तक चढ़ई के
हो सब कुछ भुलई के
दम लेंगे अब जोगनिया मनाई के
दम लेंगे अब जोगनिया
दम लेंगे अब जोगनिया
दम लेंगे अब जोगनिया मनाई के
(शिवाय)