अपनी पायल का घुंघरू बना लो मुझे – Apni payal ka ghunghroo bana lo mujhe
अपनी पाँयल का घुघरू बना लो मुझे,चरनों से
अब लिपटा लो मुझे अपनी पाँयल का………
पैरों में बँध कर श्री राधे, छम-छम-छम कर डोलो
जनम-जनम के पापों को,चरनों से लिपट कर धोलू
घुंघरू में मिला के सजा लो मुझे अपनी पाँयल……..
जब-जब चरन धरो धरती पर,तब-तब बजा करू मैं
झनकारों में मिलकर राधे उनमें जडा रहूँ मैं
ताल सुर से हटूँ तो सम्भालो मुझे अपनी पाँयल…….
इन चरनों में बँध कर मेरी ,क़िस्मत जाग उठेगी
लिपटा रहूँ पागल बन करके मन की कली खिलेगी
झूठी दुनिया से अब तो बचा लो मुझे अपनी पाँयल……
राधा, राधा, राधा, राधा-राघा……..