गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर बतादो कैसे तारोगे लिरिक्स Guruji Mera Avgun Bhara Sharir Lyrics

गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर बतादो कैसे तारोगे लिरिक्स Guruji Mera Avgun Bhara Sharir Lyrics, Devotional Bhajan by Singer – Meenakshi Mukesh

गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बतादो कैसे तारोगे,
बता दो कैसे तारोगे,
बता दो कैसे तारोगे,
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बता दो कैसे तारोगे।

न में गंगा जमुना नहाई,
हरि की पौड़ी का न पाई,
गुरुजी मेरी माड़ी है तकदीर,
बता दो कैसे तारोगे,
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बता दो कैसे तारोगे।

न मैंने बड़ पीपल ही सींचें,
सब दिन मोह मैया में बीते
गुरुजी मैने ना दिया तुलसी में नीर,
बता दो कैसे तारोगे,
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बता दो कैसे तारोगे।

न में मंदिर तीरथ धाए,
ना पितरों पर शीश झुकाए,
गुरुजी मोय कोई बता दो तदवीर,
बता दो कैसे तारोगे,
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बता दो कैसे तारोगे।

भूखे को जलपान दिया,
ना निर्धन को अन्न दान दिया ना,
गुरुजी मैं तो ऐसी हुई बेचीज़,
बता दो कैसे तारोगे,
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बता दो कैसे तारोगे।

ना मैं राधा मीराबाई,
ना मैं सीता कर्माबाई,
गुरुजी मेरी तुम है हो जागीर,
बता दो कैसे तारोगे,
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर,
बता दो कैसे तारोगे।

भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)