चालो खाटू में जगास्यां ग्यारस की रात लिरिक्स Chalo Khatu Me Jagasya Lyrics

चालो खाटू में जगास्यां ग्यारस की रात लिरिक्स Chalo Khatu Me Jagasya Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Lakhbir Singh Lakkha

पूरी हो ज्यासी जो सोची,
सगळी मन की बात,
चालो खाटू में, चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।

जयपुर से रिंगस,
रींगस से तोसवारा,
फागण में खाटू नगरी का,
देखा अजब नजारा,
श्याम धणी लीले आले की,
नित नई करामात,
चालो खाटू में, चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।

मेरो श्याम सांवरियो,
सुण ले भगतां री टेर,
हाथों हाथ ही देवे परचो,
टाल करे ना देर,
ओ तो मोटो साहूकार,
बाबो मोटो साहूकार,
के श्याम प्रभु की बात,
चालो खाटू में, चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।

कोठी माँगी, कोठी दे दी,
गाडी माँगी, गाडी दे दी,
बाँझ के गोदी बाबा भर दी,
दादी ने दे दियो पोतो,
आयो हंसतो हंसतो घर में,
गयो जो रोतो रोतो,
शीश के दानी देता देख्या,
मुँह माँगी सौगात,
चालो खाटू में, चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।

क्यों दर दर भटकें,
ले श्याम सुन्दर की ओट,
सरल बावळा मिट ज्यासी,
थारे मन की सगळी खोट,
लक्खा सबकी सुणे मेरो बाबो,
देखे जात ना पात,
चालो खाटू में, चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।
पूरी हो ज्यासी जो सोची,
सगळी मन की बात,
चालो खाटू में, चलो खाटू में,
जगास्यां ग्यारस की रात।

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)