पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है लिरिक्स Pahali Bari Me Usaki Phir Hoti Lyrics

पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है लिरिक्स Pahali Bari Me Usaki Phir Hoti Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Pulkit Jain. Khatu Shyam Ji Krishna Bhajan, Sunwayi Bhajan

पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है,
खाटू में जाकर जिसने दर पे अर्ज़ी लगाईं है,
पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है।

सांवरिया मुरली वाला ये सब के काम बनाता,
कोई भाव से इसको पुकारे ये पल में दौड़ा आता,
खाटू की मिटटी जिसने मस्तक पे लगाईं है,
पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है।

ये तीन बाण का धारी भक्तों के मन को भाये,
लाखों नर नारी तेरे दर आकर शीश झुकाएं,
खाली ना कोई जाता दर से खुशियां पाई है,
पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है।

ये पांडव कुल अवतारी दुनिया में सबसे न्यारा,
जो हार के दर पर आया बनता है उसका सहारा,
तेरे दीपक की ज्योति इस कलयुग में छाई है,
पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है।

पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है,
खाटू में जाकर जिसने दर पे अर्ज़ी लगाईं है,
पहली बारी में उसकी फिर होती सुनवाई है।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)