फागुन का महीना उस पे नूरानी शाम लिरिक्स Fagun Ka Mahina Lyrics

फागुन का महीना उस पे नूरानी शाम लिरिक्स Fagun Ka Mahina Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Singer: Prakhar Lohiya | 9027977759

फागुन का महीना,
उस पे नूरानी शाम,
फागुन का महीना,
उस पे नूरानी शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम।

श्याम सुधामृत बरसे,
खाटू नगरिया,
कानों में मिश्री घोले,
श्याम की मुरलियां,
दसों दिशा में गूंजे,
खाटू वाले का नाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम।

मोहित करे है सबको,
फागण की बेला,
लगने लगा खाटू में,
प्रेमियों का मेला,
मस्ती में सब झूमें,
पीकर भक्ति का ज़ाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम।

गाएं भजन सब मिलकर,
बाबा को रिझाएं,
प्रेम भाव से सब प्रेमी,
ताली बजाएं,
श्याम भजन गाने से,
मन को मिलता आराम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम।

फागुन का महीना,
उस पे नूरानी शाम,
फागुन का महीना,
उस पे नूरानी शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम,
कीर्तन करते प्रेमी,
और सामने बाबा शाम।

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन