ब्रह्माणी माता आरती लिरिक्स Brahmani Mata Aarti Lyrics

ब्रह्माणी माता आरती लिरिक्स Brahmani Mata Aarti Lyrics, Om Jay Brahmani Mata Aarti Bhajan Lyrics Hindi / Singer :- 

ॐ जय ब्राह्मणी माता,
मैया जय ब्राह्मणी माता,
पल्लू धाम विराजत,
पल्लू धाम विराजत,
विद्या बुद्धि दाता,
रजत सिंहासन बैठी,
सर छत्र सोहै,
हंस सवारी करती,
हंस सवारी करती,
रूप मधुर मोहे,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

महाकाली महालक्ष्मी,
सरस्वती साजे,
मैया सरस्वती साजे,
माँ करणी और भैरव,
माँ करणी और भैरव,
मंदिर में बिराजै,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

भगत सार्दुल करी अगवाणी,
सूर्य कुल वाला,
मैया सूर्य कुल वाला,
पहले पूजा उनकी,
पहले पूजा उनकी,
ये वर दे डाला,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

ढ़ोल नगाड़े बाजै,
सुर कर ध्यान करें,
नर नारी गुण गायें,
नर नारी गुण गायें,
चरणों में नमन करे,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

भगत खोजमन पाया,
कृपा करी भारी,
मैया कृपा करी भारी,
उनकी शृद्धा भक्ति,
लागि अति प्यारी,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

महामाई, महामाया,
सर पर हाथ धरो,
मैया सर पर हाथ धरो,
कहत रवि सुख संपत्ति,
का भण्डार भरो,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

ॐ जय ब्राह्मणी माता,
मैया जय ब्राह्मणी माता,
पल्लू धाम विराजत,
पल्लू धाम विराजत,
विद्या बुद्धि दाता,
रजत सिंहासन बैठी,
सर छत्र सोहै,
हंस सवारी करती,
हंस सवारी करती,
रूप मधुर मोहे,
ॐ जय ब्राह्मणी माता।

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