मोर की छड़ी ने थे फिराय देवो जी लिरिक्स Mor Ki Chhadi Lyrics

मोर की छड़ी ने थे फिराय देवो जी लिरिक्स Mor Ki Chhadi Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Sumitra Banerjee

म्हारे कानी निजरां घुमाय लेवो जी,
मोर की छड़ी ने थे फिराय देवो जी,

थारे ही भरोसे बाबा सारो संसार है,
म्हाने औ बाबा बस थारी दरकार है।
म्हाने भी तो कालजे लगाय लेवो जी,
मोर की छड़ी ने थे फ़िराय देवो जी,
म्हारे कानी निजरां घुमाय लेवो जी,
मोर की छड़ी ने थे, फिराय देवो जी,

सुन के मैं याही आई हारेड़ा का साथी हो,
डूबती हुई नैयां का बस थे ही माँझी हो,
मै भी डूबन लागी, मैं भी डूबण लागी,
मन्ने तार देबो जी, मन्ने तार देबो जी,
मोर की छड़ी ने थे फ़िराय देवो जी,
म्हारे कानी निजरां घुमाय लेवो जी,
मोर की छड़ी ने थे, फिराय देवो जी,

निजरा घुमावोगा तो काई घट जावेगो ,
श्याम कहे इ सुमी को काम पट जावेगो,
छोटो सो है काम क्यूँ बुराई लेवो जी,
मोर की छड़ी ने थे फ़िराय देवो जी,
म्हारे कानी निजरां घुमाय लेवो जी,
मोर की छड़ी ने थे, फिराय देवो जी,

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)