रहमत तेरी ऐसी हुई भजन लिरिक्स Rahmat Teri Aisai Hui Bhajan Lyrics

रहमत तेरी ऐसी हुई भजन लिरिक्स Rahmat Teri Aisai Hui Bhajan Lyrics, Satguru Dev Bhajan by Singer : Manjul Sharma, Lyrics : Singh Jeet  

किरपा गुरु जी तेरी हुई,
ज़िंदगी गमों से रिहा हो गई।
रहमत तेरी ऐसी हुई,
क्या मैं बताऊँ, मैं गया हो गई।
किरपा गुरु जी तेरी हुई,
ज़िंदगी गमों से रिहा हो गई।

जब जब मैं बिखरी संभाला है तूने,
बे जानों में ज़िंदगी को डाला है तुमनें,
शुकराना है नजराना है,
दिल के में गोरा सफा हो गई,
किरपा गुरु जी तेरी हुई,
ज़िंदगी गमों से रिहा हो गई।
रहमत तेरी ऐसी हुई,
क्या मैं बताऊँ, मैं गया हो गई।

तेरी भक्ति का रस जिसको भी चढ़ा है,
वो खुशियों के दामन में झूमा पड़ा है,
जो अनजान थे वो ज्ञानी बने,
जिस पर भी तेरी रजा हो गई,
किरपा गुरु जी तेरी हुई,
ज़िंदगी गमों से रिहा हो गई।
रहमत तेरी ऐसी हुई,
क्या मैं बताऊँ, मैं गया हो गई।

तेरी शक्ति नसीबो को,
पलटी खिला दे,
जो हो न सके वो,
तू करके दिखा दे,
तुझको पता हर मर्ज का,
मेरे नजर गवाह हो गई,
किरपा गुरु जी तेरी हुई,
ज़िंदगी गमों से रिहा हो गई।
रहमत तेरी ऐसी हुई,
क्या मैं बताऊँ, मैं गया हो गई।

किरपा गुरु जी तेरी हुई,
ज़िंदगी गमों से रिहा हो गई।
रहमत तेरी ऐसी हुई,
क्या मैं बताऊँ, मैं गया हो गई।
ओम नमः शिवाय,
शिव जी सदा सहाय।