साधो भाई देखो ना नज़र पसार भजन लिरिक्स Sadho Bhai Dekho Na Najar Pasaar Lyrics

साधो भाई देखो ना नज़र पसार भजन लिरिक्स Sadho Bhai Dekho Na Najar Pasaar Lyrics, Nath Ji Bhajan by Shree Navratan giri ji Maharaj

साधो भाई देखो ना नज़र पसार,
या काया तन में रेल चलें,
रेल चले र काया रेल चले,
काया रेल चले।

गाड़ी चलती है इंजन से,
इसमे साठ जगह पाणी के बंध से,
टिणों की एक एक कळ से,
धुआं निकसे बे तो  शुमार,
या अग्नि आठुं पहर जलै।

पांच टिकट काटणिया,
पच्चीस टिकट बाँटणिया,
तीन रेल रोकणिया,
इसमे चेतन सुरताँ है असवार,
या गाड़ी जद पेण्ड चलै।

नो सौ कील जोड़न की,
नवासी कील मोड़न की,
पिच्यासी कील दोड़ण की,
जिसमे ऐसा नही हैं हथियार,
मांग्याँ कोनी मौल मिलै।

शिवलाल भजन बनाया ताजा,
इसमे रख दिया दस दरवाजा,
दो पहिये छत्तिसुं बाजा,
एक दिन निकले डलेवर बाहर,
या गाड़ी कोनी पेंड चलै।

साधो भाई देखो ना नज़र पसार भजन हिंदी मीनिंग Sadho Bhai Dekho Na Najar Pasaar Bhajan Meaning (Shree Navratan giri ji Maharaj_

साधो भाई देखो ना नज़र पसार : संतजनों नज़रों को पसार के/फैला कर देखो।
या काया तन में रेल चलें : इस काया में रेल चल रही है।
रेल चले र काया रेल चले,काया रेल चले : काया में रेल चल रही है।
गाड़ी चलती है इंजन से : जैसे इंजन से ही गाडी आगे की और बढ़ती है।
इसमे साठ जगह पाणी के बंध से : इसमें साथ जगह पर पानी के बन्ध लगे हुए हैं।
टिणों की एक एक कळ से : तीनों की एक एक कल से।
धुआं निकसे बे तो  शुमार : बहुत धुआँ निकल रहा है।
या अग्नि आठुं पहर जलै : आठों पहर इसमें अग्नि जलती रहती है।
पांच टिकट काटणिया : पाँचों इन्द्रियाँ इसमें टिकट काटने वाली हैं।
पच्चीस टिकट बाँटणिया : पच्चीस टिकट को प्राप्त करने वाले हैं।
तीन रेल रोकणिया : काया रूपी इस रेल को तीन रोकने वाले हैं।
इसमे चेतन सुरताँ है असवार : हे सुरता/आत्मा तुम इसमें सवार हो।
या गाड़ी जद पेण्ड चलै : यह गाडी जब कुछ कदम पर चलती है।