हे भोला शंकरा भजन लिरिक्स Hey Bola Shankara Marathi Bhajan Lyrics

हे भोला शंकरा भजन लिरिक्स Hey Bola Shankara Marathi Bhajan Lyrics, Marathi Shiv Bhajan Lyrics Hindi

हे भोळ्या शंकरा,
हे भोळा शंकरा
आवड तुला बेलाची,
आवड़ तुला बेलाची,
बेलाच्या पानाची,
हे भोळ्या शंकरा शंकरा,
हे भोळ्या शंकरा महादेवा,

गळ्यामध्ये रुद्राक्षाचा माळा
लावितो भस्म कपाळा,
आवड़ तुला बेलाची,
आवड़ तुला बेलाची,
बेलाच्याँ पानाची,
हे भोळा शंकरा।

त्रिशूल डमरू हाथी,
संगे नाचे पार्वती,
त्रिशूल डमरू हाथी,
संगे नाचे पार्वती,
आवड़ तुला बेलाची,
आवड़ तुला बेलाची,
बेलाच्याँ पानाची,
हे भोळा शंकरा।

भोलेनाथ आलो तुमच्या द्वारी,
कोठे दिसे ना पुजारी,
भोलेनाथ आलो तुमच्या द्वारी
कोठे दिसे ना पुजारी,
आवड़ तुला बेलाची,
आवड़ तुला बेलाची,
बेलाच्याँ पानाची,
हे भोळा शंकरा।

हाथां मध्ये घेउन झारी,
नंदयावरी करितो सवारी
हाता मध्ये घेउन झारी
नंदयावरी करितो सवारी
आवड़ तुला बेलाची,
आवड़ तुला बेलाची,
बेलाच्याँ पानाची,
हे भोळा शंकरा।

माथ्यावर चंद्राची कोर,
गड्या मध्ये सर्पाची हार,
माथ्यावर चंद्राची कोर,
गड्या मध्ये सर्पाची हार,
आवड़ तुला बेलाची,
आवड़ तुला बेलाची,
बेलाच्याँ पानाची,
हे भोळा शंकरा। 

शिव को ‘अच्छे’ या ‘शुभ’ के रूप में पहचाना जाता है क्योंकि यह मूल रूप से सृजनात्मक आदि शक्ति है। शिव  जी, रुद्र के रूप में को बुराई और दुख का नाश भी करते हैं जहाँ पर शिव विध्वंशक बन जाते हैं। मूल रूप से शिव शंकर ही जगत के पोषक हैं। शिव ‘त्रिनेत्र’ या तीन आंखों वाले हैं, और ‘नीला कंठ’ हैं – विषपान के कारण नीले कंठ होने पर (संसार को विनाश से बचाने के लिए जहर का सेवन करने वाले)। शिव – नटराज दिव्य ब्रह्मांडीय नर्तक हैं। शिव अर्धनारीश्वर स्त्री और पुरुष दोनों हैं। शिव विचित्र लगते हैं क्योंकि वे हमारी समझ और कल्पना से परे हैं। 
शिव जहाँ सबसे अच्छे लग सकते हैं, वही बुरे भी, जहाँ सबसे सुन्दर वहीँ कुरूप भी। शिव ही आदि योगी और आदि गुरु हैं।