मेला फागण का लगता श्याम के द्वार लिरिक्स Mela Fagun Ka Lyrics

मेला फागण का लगता श्याम के द्वार लिरिक्स Mela Fagun Ka Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Singer – Master Shyam, Lyrics – Master Shyam

फागण मेला आ गया,
छा गई अजब बहार,
होली खेलण श्याम से,
आ रहे नर और नार,

ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के द्वार,
के फागण मेले में,
आते भक्त हज़ार।
ओ मेला फागण का,
मेला फागण का।

फ़ागुन महीना रंग बिरंगा,
भीड़ लगी है भारी,
देश विदेश से दर्शन करने,
आते हैं नर नारी,
चंग धमाल की धुन पर देखो,
झूम रहा संसार,
ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के द्वार,
के फागण मेले में,
आते भक्त हज़ार।
ओ मेला फागण का,
मेला फागण का।

रींगस से खाटू नगरी तक,
पैदल प्रेमी जाते,
एक निशान उठा काँधे पर,
श्याम कृपा वो पाते,
नाचते गाते ख़ुशी मनाते,
करते जय जयकार,
ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के द्वार,
के फागण मेले में,
आते भक्त हज़ार।
ओ मेला फागण का,
मेला फागण का।

खाटू मंदिर बाहर प्रेमी,
बना कर आते टोली,
रंग ग़ुलाल उड़ाकर
श्याम से खेले होली,
दर्शन करने को बाबा के,
लम्बी लगे कतार,
ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के द्वार,
के फागण मेले में,
आते भक्त हज़ार।
ओ मेला फागण का,
मेला फागण का।

फागुन शुक्ल द्वादिश तिथि,
महिमा बड़ी भारी,
आलू सिंह जी ने फ़रमाया,
भरता झोली ख़ाली,
कर का चाकर बना लो अपने,
ये श्याम करे मनुहार,
ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के द्वार,
के फागण मेले में,
आते भक्त हज़ार।
ओ मेला फागण का,
मेला फागण का।