चाले तो ले चालूं उण देश भजन लिरिक्स Chaale To Le Chalu Lyrics

चाले तो ले चालूं उण देश भजन लिरिक्स Chaale To Le Chalu Lyrics, Rajasthani Bhajan by Rajkumar Swami.

चाले तो ले चालूं,
उण देश में म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय।

पतिव्रता तो पीवर बसे म्हारी हेली,
हृदय पीव जी रो ध्यान,
मुकति रो भेद बताय।
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।

चार युगां रो ढोल यो म्हारी हेली,
असंग जुगा रो बाण, (असंग युगा रो आन )
मुकति रो भेद बताय।
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।

गगन मंडल के भोकडे म्हारी हेली,
नर तू तो निराहार,
मुकति रो भेद बताए,
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।

तीन पुरुष ज्यारी सेवा म्हारी हेली,
नाम कबीरा गुण का,
(राम ओम रणुकार)
मुकति रो भेद बताए,
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।

अलख उतारे उबा आरती म्हारी हेली,
निर्जन ढोले भाल,
मुक्ति रो भेद बताए,
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।

मन रे पवन बैठे पहुंचे म्हारी हेली,
नहीं पहुंचे भरम रो काम,
मुकति रो भेद बताए,
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।

कहवे कबीरा धर्मी दास ने म्हारी हेली,
उन पुरुष ने ध्याय,
मुकति रो भेद बताए,
चाले तो ले चालूं,
बणी देश, म्हारी हेली,
मुकति रो भेद बताय,
मुकति रो भेद बताय।