मेला फागुन दा लगदा श्याम दरबार लिरिक्स Mela Fagun Daa Lagda Shyam Darbaar Lyrics

मेला फागुन दा लगदा श्याम दरबार लिरिक्स Mela Fagun Daa Lagda Shyam Darbaar Lyrics, Khatu Shyaam Ji Bhajan by Singer: Amit Sharma ( Kota)

मेला फागुन दा,
लगदा श्याम दरबार,
साँवरिया करदा ए,
भगता दा बेडा पार,
मेला फागण का,
ओ मेला फागुण का।

मुकुट सजाए, उते कलगी लगाए,
मत्थे तिलक केसरिया जचदा,
इतर लगाये, गल मोती माल पाए,
बाबा सारिया दे दिल विच बसदा,
वंड के मुरादा सारे भगता नूं,
बाबा कहलांदा लखदातार,
मेला फागुन दा,
लगदा श्याम दरबार,
साँवरिया करदा ए,
भगता दा बेडा पार,
मेला फागण का,
ओ मेला फागुण का।

लम्बी हैं कतारें,
मेरे श्याम जी के द्वारे,
दुनियाँ में श्याम निराली,
श्याम बड़ा है दिलदार,
मेरा खाटू वाला,
गया ना यहाँ से कोई खाली,
देव है निराला,
सारी दुनियां में देखो,
मेरा सांवरिया सरकार,
मेला फागुन दा,
लगदा श्याम दरबार,
साँवरिया करदा ए,
भगता दा बेडा पार,
मेला फागण का,
ओ मेला फागुण का।

सारे जग विच्चों इक श्याम दा द्वारा,
जेड़ा हारे दा सहारा कहलावंदा,
हारे हुए भगता नूं मिलदा सहारा,
बाबा रहमता दा मी बरसावंदा,
नीले घोड़े वाले बाबा करदा कमाल,
अपनी मोर छड़ी दे नाळ,
मेला फागुन दा,
लगदा श्याम दरबार,
साँवरिया करदा ए,
भगता दा बेडा पार,
मेला फागण का,
ओ मेला फागुण का।

अमित ने भी आके,
कन्हैया जी के नाल,
खाटू विच होली मनाई,
रंग गया खाटू सारा,
श्याम जी दे रंग विच,
भगता ने खुशिया मनाई,
गौरव दीवाना होकर,
खेलता है होली,
संग खेलदी सच्ची सरकार,
मेला फागुन दा,
लगदा श्याम दरबार,
साँवरिया करदा ए,
भगता दा बेडा पार,
मेला फागण का,
ओ मेला फागुण का।