या या या या
काटे काट मेरे दिल पे ज़ुबान है
भेड़े दिल ये ऐसा कमाल है
साला पूछूँ आज किसका ख़याल है
रेतों की रानी है किसे कमाल है
सुरमय भरी वो है बाला
देख के उसको ज़माना जला
माया का जाल है उसकी कला
उसके इशारो पे मैं हूँ चला
जब वो चले संसार झुके
जब वो मुड़े तरुणी बहे
जब हाथ उठाये आंधी रुके
जब पलकें झुकाये तो वक़्त रुके
डरता करता फिर भी है मेरा मन
नाम सुन के बढ़ जाये धड़कन
मिट्टी पे पड़े जब उसके क़दम
कर दे सख़्त ज़मीन को फिरसे नरम
जलवा तेरी आँखों का देखे
ये जलवा
मुझे पास बुला मत शर्मा
तेरी याद में रोज़ हूँ जलता
दिखा दे तू अपना जलवा
तेरी आँखों का देख ये जलवा
मुझे पास बुला मत शर्मा
तेरी याद में रोज़ हूँ तड़पा
दिखा दे तू अपना
समुंदर के जैसे बढ़ती लहर
बवंडर के जैसे धाती केहर
सोने सा चमके है उसका बदन
छू दे तो अमृत बन जाये ज़हर
असली है चेहरा उससे सब है पता
जाल है गहरा उससे कुछ ना छुपा
दिल है जो ठेहरा उससे नहीं है पता
क्या तेरी माया ज़रा मुझे भी बता
ढूंढूँ मैं उसको कहाँ
होंठों पे जिसके है लिपटा जहाँ
इतना दर्द क्यूँ मैंने सहा
जब मिलने ही थे दोनो जहाँ
रुक गई मेरी सास भी
महसूस करने की आस भी
घुल जा मुझमें जैसे चाशनी
कट गई है ये साली रात भी
जलवा तेरी आँखों का
देखे ये जलवा
मुझे पास बुला मत शर्मा
तेरी याद में रोज़ हूँ जलता
दिखा दे तू अपना जलवा
तेरी आँखों का देख ये जलवा
मुझे पास बुला मत शर्मा
तेरी याद में रोज़ हूँ तड़पा
दिखा दे तू अपना