तेरे इश्क में गोटे खाऊंगा
ओ मनु मैं तो गया
तेरे दिल में टेंट लगाऊंगा
हुन पिंड ना वापस जाऊंगा
ओ मनु मैं तो गया
बंदा जीता था खुलके
तेरी गली में आया भूलके
जी चंगा भला सी
मैं लुट पुट गया
ओ मैं तो धूप चिक पक धुम
लुट पुट गया लुट पुट गया
मैं तो गया
ओ मैं तो लुट पुट गया
लुट पुट गया लुट पुट गया
हुन की करा
ओ मैं तो धूप चिक पक धुम
लुट पुट गया लुट पुट गया
लुट पुट गया
हुन की करा ओ मैं तो
पहले सोता था रातों में
अब जाग जाग ख्वाब तेरे देखूं
ऐसा क्यों
मैं तनहा तनहा रहता था
अब बेगानों से भी पूछूं
हाउ डू यू डू ऐसा क्यों
है दिल तन्हा एमोशन
पूछदा है मैनु क्वेश्चन
कि चंगा भला सी
क्यों लुट पुट गया
ओ मैं तो धूप चिक पक धुम
लुट पुट गया लुट पुट गया
मैं तो गया ओ मैं तो
लुट पुट लुट पुट
लुट पुट गया लुट पुट गया
हुन की करा ओ मैं तो धूप चिक पक धुम
लुट पुट गया लुट पुट गया
मैं तो गया ओ मैं तो