ओ जैसी जल बिन मछली
रखलू सजाके तुझे सीने से लगा के
आजा गले जा, गले लग जा
ख्वाब बनाके तुझे दिल में छुपाके
रखूं मेरे पास, आ मेरे पास आ
रखलू सजाके तुझे सीने से लगा के
आजा गले जा, गले लग जा
ख्वाब बनाके तुझे दिल में छुपाके
रखूं मेरे पास, आ मेरे पास आ
दो मुलाकातों में काली रातों में
बातों ही बातों में दिल दे दिया
तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया
बैठे ही बैठे मैंने दिल खो दिया
तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया
बैठे ही बैठे मैंने दिल खो दिया
इस दिल की राहों से बहकी निगाहों से
कातिल अदाओं से तुझको है फ़साना
कुछ मीठी बातों से, कुछ झूठे वादों से
पक्के इरादों से दिल को है चुराना
रखलू सजाके तुझे सीने से लगा के
आजा गले जा, गले लग जा
ख्वाब बनाके तुझे दिल में छुपाके
रखूं मेरे पास, आ मेरे पास आ
दो मुलाकातों में काली रातों में
बातों ही बातों में दिल दे दिया
तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया
बैठे ही बैठे मैंने दिल खो दिया
तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया
बैठे ही बैठे मैंने दिल खो दिया