तेरी निगाहों से
मिलके सुबह मेरी गुजर गई
निखर गयी यूँ
मिलके सुबह मेरी गुजर गई
निखर गयी यूँ
तेरे ख्यालों की
धीमी सी आहटें गुजर गई
इधर कहीं यूँ
ये राज देखो जरा
है बन गया ऐसा मेरा
ना कोई गिला ना गुमान
है मिल गया साया तेरा
कैसा लम्हा हुआ ये मेरा
मैं था जो तन्हा
हुआ हूँ पूरा
कैसा लम्हा हुआ ये मेरा
मैं था जो तन्हा
हुआ हूँ पूरा
धीरे से पल में खोये हुए हम
कैसे करीब थे आये
छुपके से सारे बीते हुए गम
ख़ुशियों में है समाये
ये यादों का सिलसिला
है बन गया ऐसा मेरा
ना कोई गिला ना गुमान
है मिल गया साया तेरा
कैसा लम्हा हुआ ये मेरा
मैं था जो तन्हा
हुआ हूँ पूरा
कैसा लम्हा हुआ ये मेरा
मैं था जो तन्हा
हुआ हूँ पूरा
तुमसे मेरे ये दिन है ढले
तुमसे नये सपने हैं मिले
अब रहना है यहाँ
अब तेरा है मेरा आसमां
हाँ आं आं आं आं
कैसा लम्हा हुआ ये मेरा
मैं था जो तन्हा
हुआ हूँ पूरा
कैसा लम्हा हुआ ये मेरा
मैं था जो तन्हा
हुआ हूँ पूरा