परदों से निकल
चल जी ले ये पल
परदों से निकल
चल जी ले ये पल
चल जी ले ये पल
परदों से निकल
चल जी ले ये पल
तू आज ख्वाबों को नजदिक आने दे
गम का मुसाफिर जाता है जाने दे
इन करवटों को रातें जगाने दे
देहलीज़ कदमो की दिल को भुलाने दे
खुद पे कर ले बस तू यकीन
मुश्किल है अब कुछ भी नहीं
तू उड़ जा तेरा खुला है आसमां
जीतेगा तेरा जुनून
वो मंजिल भी होगी तेरी राह से रूबरू
जीतेगा तेरा जुनून
वो मंजिल भी होगी तेरी राह से रूबरू
जीतेगा, जीतेगा जीतेगा
तेरा जुनून, जीतेगा जीतेगा
वो मंजिल भी होगी तेरी राह से रूबरू
जीतेगा जीतेगा
जीतेगा, जीतेगा जीतेगा
तेरा जुनून, जीतेगा जीतेगा
वो मंजिल भी होगी तेरी राह से रूबरू
जीतेगा जीतेगा
जीतेगा जीतेगा