हुक्कुश पुक्कुश Hukkush Phukkush Lyrics in Hindi – Bhool Bhulaiyaa 3

हुक्कुश फुक्कुश काने काने फुश फुश
छुपी छुपी काना मच के खेल्बी के
चो तार बेनधे दे पैन पैन छन फोरिये
तोर भाग्य चाका घुरिये देबो

हुक्कुश फुक्कुश काने काने फुश फुश
फिर से तो गाना जरा हिंदी में
कूट के चूरे चाँद के
एक गठरी में बांध के
छू मंतर करके दिखला दूंगा

बाबा जी की, बाबा जी की
झोली में से निकला एक कंकाल
उड़ी बाबा उड़ी बाबा
करते-करते जाग उठा बंगाल

बाबा जी की, बाबा जी की
झोली में से निकला एक कंकाल
उड़ी बाबा उड़ी बाबा
करते-करते जाग उठा बंगाल

जहां जहां बैर पड़े संतन के
वहां वहां बंटाधार
हरि-हरि बोल लगा डुबकी
और करजा गंगा पार

चार चौके सोलह
और सोलह बट्टे चार

हुक्कुश फुक्कुश काने काने फुश फुश
गिनके दिखाना ज़रा गिनती में
चार सो अंडे चील के
उबला के और छील के
छू मंतर करके दिखला दूंगा

जोगन बीयूटी पहन अंगुठी फिंगर पे
ढूंढ के सच्चा प्यार मिले ना टिंडर पे
मेरे सपने ड्रीम कर ले
गाने मेरे स्क्रीम कर ले
जोड़ी फिट, स्टोरी हिट

हुक्कुश फुक्कुश काने काने फुश फुश
छुपी छुपी काना मच के खेल्बी के
चो तार बेनधे दे पैन पैन छन फोरिये
तोर भाग्य चाका घुरिये देबो

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