मुश्किल में है कौन किसी का Mushkil Mein Hai Kaun Kisi Ka Lyrics in Hindi – Lata Mangeshkar

मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज़ को
लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो

मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज़ को
लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो
मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज़ को

और नहीं तो कम से कम
इतनी तो तकलीफ करो
और नहीं तो कम से कम
इतनी तो तकलीफ करो

लोगों की तारीफों में
कभी अपनी भी तारीफ करो
सब से तो तुम खुश हो अपने
आप से क्यों नाराज़ हो

मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज़ को
लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो
मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज़ को

जीने का ना शौक है तो
क्या रखा है जीने में
जीने का ना शौक है तो
क्या रखा है जीने में

एक कैदी की तरह पड़ा है
कब से ये दिल सीने में
पिंजरे का दरवाजा तोड़ो
पंछी को परवाज़ दो

मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज़ को
लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो
मुस्किल में है कौन किसी का
समझो इस राज को

जागो होश में आओ
फिर से जोश में आओ
जागो होश में आओ
फिर से जोश में आओ

ख़ून बहें नस नस में
बेबस मन हो बस में
बंद लबों को खोलो
आँखों से कुछ बोलो
चेहरा खाली खाली
ना गुस्सा ना गाली

बोलो मेरे जानू
मैं कैसे तुम्हें पहचानूं
ये जुल्फों का साया
ये पलकों की छाया

ये भरपुर जवानी
प्यार की रुत मस्तानी
ये नैनो के झूले
तुम ये सब कुछ भूले

याद करो तुम अपना
टूटा सुंदर सपना
टुकड़ा टुकड़ा जोड़ो
ये मायूसी छोड़ो

खेल ये हंस कर खेलो
हाथ में हाथ ये लेलो
तुम बलवान नहीं हो
पर बेजान नहीं हो
मेरी कसम उठाओ
पहला कदम उठाओ

साथी साथ खड़े हैं
सब तैयार खड़े हैं
साथी साथ खड़े हैं
सब तैयार खड़े हैं

बिना लड़े मत हारो
दुश्मन को ललकारो
बिना लड़े मत हारो
दुश्मन को ललकारो

गीत पुराने गाओं
छेड़ो दिल के साज को
गीत पुराने गाओं
छेड़ो दिल के साज को

लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो
लेकर अपना नाम कभी
तुम ख़ुद को आवाज़ दो

गीत पुराने गाओं
छेड़ो दिल के साज को
लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो
गीत पुराने गाओं
छेड़ो दिल के साज को
लेकर अपना नाम कभी
तुम खुद को आवाज़ दो

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