क्या तुम मेरे लिए हो
या तुम अपने हो
चुकर कर लो यकीन
क्या तुम सच में हो
या तुम अपने हो
चुकर कर लो यकीन
क्या तुम सच में हो
तय जो किया वो सफर हो क्या तुम
मेरी गली का घर हो क्या तुम
दिल को है भ्रम
बोलो तुम क्या हो
मेरी है उलझन
बोलो तुम क्या हो
तुम क्या हो
मैं रेत का दाना था
मेरा रिश्ता कभी था ज़मीन से
मुझे तेरी हवा मिली तो
मुझे आसमान मिला वहीं पे
मैं जो हँसा वो हँसी हो क्या तुम
रोया जो मैं वो नमी हो क्या तुम
तुम क्या हो
मैं खाली सा रास्ता
तेरे मुझपे कदम हैं पड़े
मैं मिलो मिलो चलूँ
यूँ लग के तुझसे गले
जिससे हो दिन धूप वो हो क्या तुम
मेरे चाँद की रोशनी हो क्या तुम
तुम क्या हो
तुम क्या हो