दो मतवाले बोले नैना
दो मतवाले बोले नैना
सैयां बिना जग सूना सूना
सैयां बिना जग सूना
दो मतवाले बोले नैना
सैयां बिना जग सूना सूना
सैयां बिना जग सूना
बीत ना ये काली रैना रैना
सैयां बिना जग सूना
काहे तरसाए सपने जगाए
काहे को रुलाए जिया को जलाए
घर नहीं आए हो गए पराए
मोहे तड़पाए जिया को जलाए
दिल खो गया अब ना आए रे चैना
सैयां बिना जग सूना
कैसे मैं जियूं सजन
तेरे बिन मैं आधी अधूरी हो गई पिया
जाने क्यों ये बैरी मन
ना लगे रे भागे जिया ये जोगी हो गया
बरसे ना सावन मोरे ही अंगना
सैयां बिना जग सूना सूना
सैयां बिना जग सूना सूना
सैयां बिना जग सूना सूना