हैसियत पूछते हैं Haisiyat Poochte Hain Lyrics in Hindi – Tony Kakkar

हैसियत पूछते हैं सभी
इस शहर में
हाल पूछता नहीं कोई

जेब देखते हैं सभी
इस शहर में
दिल देखता नहीं कोई

अकेला हूं शहर में
मेरा कोई नहीं है
रातों में जागा हूं
आंखें सोई नहीं हैं

जिसके लिए सब छोड़ आए हैं
वो होना चाहिए संग वो ही नहीं है

कपड़े हैं किताबें हैं
और थोड़ा सा सामान है
घर नहीं है ये मेरा
बस एक मकान है

वापस आ जा कह के
मां तो रो ही रही है
लोग हैं शहर में
इंसान कोई नहीं है

जिस्म मांगते हैं सभी
इस शहर में
हाथ मांगता नहीं कोई

हैसियत पूछते हैं सभी
इस शहर में
हाल पूछता नहीं कोई

ना बातें करना रातों की
ना दिल की ना जज़्बातों की
मरते हैं हुस्न वाले सब जब
जब पैसों की बरसात होती

पैसा है या कोई जादू
पैसे में करामात होती
जिसके संग पैसा रहता है
दुनिया उसके साथ होती

सूरत देखते हैं सभी
इस शहर में
सीरत देखता नहीं कोई

हैसियत पूछते हैं सभी
इस शहर में
हाल पूछता नहीं कोई

Leave a Comment