जरा बगल हमें जगा दे
नीला गिला हरा हरा नीला पीला
मिले रंग जो भी जिसे हम लगा दे
हे गोरी काली घर वाली हो या साली
कितने भी डाले वाले अड़ंगे
छूटे नहीं जितना भी रूठे सही
रंगे बिना छोड़ेंगे ना तुझे लफंगे
बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे
रंगीली शवा के रंगी ले पतंगे बिरंगे
बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे
सली के ना जाने कली के बिरंगे बिरंगे
हो ऐरा गैरा जात से आया है देहात से
रईसों के कायदे तू क्या जाने रे
चमेली के तेल की महक वाले हाथ से
जहां देखी चुनरी खींचे ताने रे
असर नहीं करे तेरे ताने बाने रे
मोटी खालो वाले तेरे है दीवाने रे
पेचे लड़ाते हैं कैसे महल वाली से
हम खूब जाने रे
आए गए तेरे जैसे आए गए
कितने ही ओंगे पोंगे भुजंगे
छूटे नहीं जितना भी रूठे सही
रंगे बिना छोड़ेंगे ना तुझे लफंगे
बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे
रंगीली शवा के रंगीले पतंगे बिरंगे
बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे बिरंगे
सली के ना जाने गली के बिरंगे बिरंगे