सांसों में तुम
दिल की धड़कन में तुम
रहते हो
मेरे ख्यालों में तुम
दिल की धड़कन में तुम
रहते हो
मेरे ख्यालों में तुम
ये रात खुशनसीब है
जो अपने चाँद को
कलेजे से लगाये सो रही है
यहाँ तो गम की सेज पर
हमारी आरज़ू
अकेली मुंह छुपाये रो रही है
ये रात खुशनसीब है
जो अपने चाँद को
कलेजे से लगाये सो रही है
साथी मैंने पाके तुझे खोया
कैसा है ये अपना नसीब
होओ ओ
तुझसे बिछड़ गई मैं तो
यादें तेरी है मेरे करीब
होओ ओ ओओ ओ
तू मेरी वफ़ाओं में
तू मेरी सदाओं मैं
तू मेरी दुआओं में
ये रात खुशनसीब है
जो अपने चाँद को
कलेजे से लगाये सो रही है
कटती नहीं है मेरी रातें
कटते नहीं है मेरे दिन
हो ओ ओ ओ
मेरे सारे सपने अधूरे
जिंदगी अधूरी तेरे बिन
होओ ओ ओओ ओ
ख्वाबों में निगाहों में
प्यार की पनाहों में
आ छुपाले बाहों में
ये रात खुशनसीब है
जो अपने चाँद को
कलेजे से लगाये सो रही है
यहाँ तो गम की सेज पर
हमारी आरज़ू
अकेली मुंह छुपाये रो रही है