चोर बजारी फिर से Chor Bazari Phir Se Lyrics in Hindi – Bhool Chuk Maaf

चोर बजारी दो नैनो की पहले थी आदत जो हट गई
प्यार की जो तेरी मेरी उम्र आई थी वो कट गई
तू भी तू है मैं भी मैं हूं दुनिया सारी देख उलट गई
तू ना जाने मैं ना जानूं कैसे सारी बात पलट गई
घटनी ही थी ये भी घटना घटते घटते लो ये घट गई
हां चोर बजारी दो नैनों की पहली थी आदत जो हट गई

झूमरिया झूमरिया मनवा बन बागी सा
झूमरिया झूमरिया तनवा बेदागी
मन मेरा धड़ धड़ धड़ धड़काये
कोई ना फिर सर सर चढ़ जाए
कसम से बाज़ी हाथ न अपने आये
नैन अगर लड़ जायें

तारीफ तेरी करना हां तुझे खोने से डरना
हां भूल गया अब तुझ पे दिन में चार दफा मरना
तारीफ तेरी करना हां तुझे खोने से डरना
हां भूल गया अब तुझ पे दिन में चार दफ़ा मरना

प्यार खुमारी उतरी सारी बातों की बदली भी छट गई
हमसे नाते यहां से मुझको तो मैं ही डट हो गई
एक हुए थे दो से दोनों दोनों की अब राहें बंट गई

हां चोर बजारी दो नैनों की पहली थी आदत जो हट गई
हां चोर बजारी दो नैनों की पहली थी आदत जो हट गई
एक उट में दुनियादारी की सारी समज निगल गई

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