दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते हैं लिरिक्स Darbar Me Khatu Wale Ke Lyrics

दरबार में खाटू वाले के दुःख दर्द मिटाए जाते हैं लिरिक्स Darbar Me Khatu Wale Ke Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan by Singer – Vivek Sharma ‘Jitu ‘

ले श्याम शरण, मिटे हर उलझन,
तू आजा रे दीवाने दरबार।
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ,
सीने से लगाए जाते हैं।
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

ये महफ़िल है मतवालों की,
हर भक्त यहाँ मतवाला है,
भर भर के जाम इबादत के,
यहाँ खूब पिलाए जाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

जिन भक्तों पे ऐ जग वालों,
है खास इनायत इस दर की,
उनको ही बुलावा आता है,
दरबार बुलाए जाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

क़िस्मत के मारे कहाँ रहे,
जिनका ना ठौर ठिकाना है,
जो श्याम शरण में आते है,
पलकों पे बिठाए जाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

मत घबराओ ऐ जग वालों,
इस दर पे शीश झुकाने से,
जिनका भी झुका है शीश यहाँ,
मुकाम वो ऊँचा पाते हैं,
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं,
गर्दिश के सताए लोग यहाँ,
सीने से लगाए जाते हैं।
दरबार में खाटू वाले के,
दुःख दर्द मिटाए जाते हैं।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)