म्हारी आस पुरावै जी म्हारो खाटू वाळो सांवरियो लिरिक्स Mharo Sanwariyo Bhajan Lyrics Meaning

म्हारी आस पुरावै जी म्हारो खाटू वाळो सांवरियो लिरिक्स Mharo Sanwariyo Bhajan Lyrics, Khatu Shyam Ji Bhajan Hindi Meaning by Anushka & Adhistha

म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
दातारी, म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो सांवरियो।

प्रेमी है साँवरो,
प्रीत ने पिछाणे,
यो जाणे सब,
हिवड़े री बातां चिता म्हारे जी,
जाणे सब बात,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
दातारी, म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो सांवरियो।

बाबो तो संग है,
म्हारो मन बसियो,
तो काई मैं दुःख पावां,
करे ये रूखाळ,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
दातारी, म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो सांवरियो।

खाटू रे गाँव में,
सेठ जी रो डेरो,
चोखाणी सुण थारी,
तेरी सब बिगड़ी बनाय,
थारी बिगड़ी बनाय,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
दातारी, म्हारो खाटू वाळो साँवरियो,
म्हारी आस पुरावै जी,
म्हारो खाटू वाळो सांवरियो। 

म्हारी आस पुरावै जी म्हारो खाटू वाळो सांवरियो भजन लिरिक्स मीनिंग Mhari Aas Puraave Ji Bhajan Meaning (Rajasthani Bhajan Hindi Meaning)

म्हारी आस पुरावै जी : मेरी इच्छाओं को पूर्ण करता है।
म्हारो खाटू वाळो साँवरियो : मेरा खाटू वाला साँवरा। म्हारो -मेरा, वाळो-वाला, साँवरियो- श्री कृष्ण/खाटू श्याम जी।
दातारी – सभी पर कृपा करने वाले।
प्रेमी है साँवरो, प्रीत ने पिछाणे : श्री कृष्ण प्रेमी हैं और प्रेम को पहचानते हैं।
यो जाणे सब  हिवड़े री बातां चिता म्हारे जी : यह हृदय की सभी बातों को जानता है। हिवड़े-हृदय, मन की। बाता चीता -बातचीत।
बाबो तो संग है,म्हारो मन बसियो : बाबा मेरे साथ है और मेरे मन में बसा है।
तो काई मैं दुःख पावां, करे ये रूखाळ : तो कैसे (काई) मैं दुःख पा सकती हूँ क्योंकि ये सभी की रखवाली करता है। रूखाळ- देखभाल करना, रखवाली करना।
खाटू रे गाँव में, सेठ जी रो डेरो : सांवरिया सेठ जी का डेरा, खाटू श्याम जी में है।
चोखाणी सुण थारी, तेरी सब बिगड़ी बनाय : लेखक, प्रमोद चोखानी, तेरी सब बिगड़ी बन जायेगी।