अरे हम्म..
आके रुकी तुझपे ही मेरी नज़र
लगने लगी तू ही मेरी हमसफ़र
आके रुकी तुझपे ही मेरी नज़र
लगने लगी तू ही मेरी हमसफ़र
आँखों ने दी
दिल को मेरे ये खबर
तू है मेरा मैं तेरी जान-ए-जिगर
ओ होने लगा है इश्क का तेरे
दिल पे मेरे दिल यूं असर
आँखों ने दी
दिल को मेरी ये खबर
तू है मेरा मैं तेरी जान-ए-जिगर
हे हे हे
हम्म्म..
यूं ही नहीं हूं दीवाना तेरा
लकीरों में देखा फसाना तेरा
हाँ तुझ से शुरू है तुझ पे खतम
खुदा जानता है तुम मेरा सनम
चेहरे पे तेरे ये जो नूर है
लगती है जैसे कोई हूर है
तू बन के आई रब की इनायत
खुश हूं मैं ये जान कर
आंखों ने दी
दिल को मेरे ये खबर
तू है मेरा मैं तेरी जान-ए-जिगर
आके रुकी तुझपे ही मेरी नजर
लगने लगी तू ही मेरी हमसफ़र
हम्म्म.. हे हे हे
हम्म्म.. हे हे हे..