हर शाम लगे सिन्दुरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
मेरे मन को महकाये
मेरे मन को महकाये
तेरे मन की कस्तूरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
मेरे मन को महकाये
मेरे मन को महकाये
तेरे मन की कस्तूरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
हो ओ आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
महकी हवायें उड़ता आँचल
लट घुँघराले काले बादल
आ आआ आ आ
महकी हवायें उड़ता आँचल
लट घुँघराले काले बादल
प्रेम सुधा नैनों से बरसे
पी लेने को जीवन तरसे
बाहों में कस लेने दे
प्रीत का चुम्बन देने दे
बाहों में कस लेने दे
प्रीत का चुम्बन देने दे
इन अधरों से छलक ना जाये
इन अधरों से छलक ना जाये
यौवन रस अंगूरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
सुन्दरता का बहता सागर
तेरे लिए है रूप की बादल
हो ओ ओ ओ
सुन्दरता का बहता सागर
तेरे लिए है रूप की बादल
इंद्रधनुष के रंग चुराऊँ
तेरी जुल्मी मांग सजाऊं
दो फूलो के खिलने का
वक़्त यही है मिलने का
दो फूलो के खिलने का
वक़्त यही है मिलने का
आजा मिलके आज मिटा दे
आजा मिलके आज मिटा दे
थोड़ी सी ये दूरी
आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
हो ओ आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी
हम्म म्म आके तेरी बाहों में
हर शाम लगे सिन्दुरी