सोती हुई आवाम को अब
नींद से है जगना
अब ये करो या मारो का परचम
हाथ में है उठाना
सब खड़े हो.. ओओ ओ ओओ ओ ओ ओ
सब खड़े हो साथ में तो
शुभ वही है शगुन तू सुन
नींद से है जगना
अब ये करो या मारो का परचम
हाथ में है उठाना
सब खड़े हो.. ओओ ओ ओओ ओ ओ ओ
सब खड़े हो साथ में तो
शुभ वही है शगुन तू सुन
ऐ वतन मेरे वतन सुन
ऐ वतन मेरे वतन
है यही इंकलाब की धुन
ऐ वतन मेरे वतन
ऐ वतन मेरे वतन सुन
ऐ वतन मेरे वतन
है यही इंकलाब की धुन
ऐ वतन मेरे वतन
हो ओ
हो ओ ओओ ओ
हो ओ ओ
हो ओ ओओ ओ
आँसुओं में लहू मिलाके
रंग दे ये आसमां
आतिश-ए-आज़ादी को फिर
देखे सारा जहान
उन्हें इम्तेहान हम दे चुके
अब ख़ुदको है आज़माना
अब इस ख़िज़ा के साये में
एक फूल को है खिलाना
तेरी किस्मत..
तेरी किस्मत वश में कर ले
लक्ष्य अपना चुन चुन चुन
ऐ वतन मेरे वतन सुन
ऐ वतन मेरे वतन
है यही इंकलाब की धुन
ऐ वतन मेरे वतन
ऐ वतन मेरे वतन सुन
ऐ वतन मेरे वतन
है यही इंकलाब की धुन
ऐ वतन मेरे वतन