दिल की बात दिल में रह जाये
यार को करीब पाकर डरती हूँ
कहीं डूब ना जाये
डूब ना जाये
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
जो राधा ने कहा श्याम से
जो सीता ने कहा राम से
मुझको भी कहने दे
तू ज़रा मुझको भी कहने दे ज़रा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
जो राधा ने कहा श्याम से
जो सीता ने कहा राम से
मुझको भी कहने दे
तू ज़रा मुझको भी कहने दे ज़रा
ऐ सावन बरस ज़रा
ऐ बादल गरज जरा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
क्यों आती है मुझको हाये अंगड़ाई
क्यों आती है मुझको हाये अंगड़ाई
क्यों झुल्फ़ें मेरी बिखरायी
हो ओओ हो आ आ
आ आ आआ हो ओ
शायद तेरी यही अंगड़ाई
शायद तेरी यही अंगड़ाई
देती है तुझको मेरी बधाई
शायद तेरी झुल्फें भी इसीलिये बिखरी हैं
होहो होहो
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
जो राधा ने कहा श्याम से
जो सीता ने कहा राम से
मुझको भी कहने दे
तु ज़रा मुझको भी कहने दे ज़रा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
क्यों उड़ती है ये चुनरी निगोड़ी
क्यों उड़ती है ये चुनरी निगोड़ी
क्यूँ बजती है ये चूड़ियाँ छिछोरी
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ हो ओ
बांधी तेरे संग जब प्रीत की डोरी
बांधी तेरे संग जब प्रीत की डोरी
डर क्या जमाने से फिर ओ गोरी
देख तेरी ये चूड़ियाँ तुझसे दोहरी हैं
होहो हाहा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
जो राधा ने कहा श्याम से
जो सीता ने कहा राम से
मुझको भी कहने दे
तू ज़रा मुझको भी कहने दे ज़रा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
क्यों करती है मुझको हाए यूं घायल
क्यों करती है मुझको हाए यूं घायल
ये तेरी खनकती हुई पायल
आ आआ आ आआ आ आ आआ हो ओ
कहती हैं मुझसे लहराती हवायें
कहती हैं मुझसे लहराती हवायें
क्या खबर तब बदल जायेगी तेरी वफ़ायें
तेरी जफ़ाओं के काफ़ से हम पायल खनकाते हैं
होहो होहो
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
जो राधा ने कहा श्याम से
जो सीता ने कहा राम से
मुझको भी कहने दे
तू ज़रा मुझको भी कहने दे ज़रा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
ऐ सावन बरस जरा
ऐ बादल गरज जरा
मुझको भी कहने दे
तू ज़रा मुझको भी कहने दे ज़रा