बज बाजा बाजा
खेला शुरू है
आ देखें आजा
शक्त वक़्त था
वो भय भयानक था
दहशतों का दौर चलि
ठां ठु ठां ठु नित गोली
नित रक्त की होली
आतंक में बोली
थे जान माल घर-द्वार बस स्वार
ख़तरे में, खूनी ख़तरे में
चमकीला चमका ऐसे में
चम चम चमकीला
लचर लचर गानों में
ठरक ठरक तानों में
सेक्सी गीत गाता था
दंड घोल जाता वो
जिस वजह से चमका
वो उस वजह से टपका
चमकीला सेक्सीला ठरकीला वो गंदा बंदा
हाँ शर्मी बेशर्मी
चादर में गरमी
चमकीला बागी
बोले अधर्मी
जी हाँ सारे सुनते उसके गाने
सारे सुनते उसके गाने
कोई माने या ना माने
जी हां कुछ लगते हैं शरमाने
कुछ लगते हैं झल्लाने
कोई माने या ना माने
सब जाने कोई माने या ना माने
रे चमकीला बोले
तेरी हिक ते है मलाई आई आई
बाहों में भाभी जेठ शराबी
कुड़ी पटाका स्टीयरिंग नू हाथ पौंदी
मैनु शिखर दोपहर नौंदी नू ओ
तक तक ओ तक तक
गुंडा कुंडा फड़के
लड़के करदा बूहा मेरा
ठक ठक ठक ठक ठक ठक
ओ बापू साडा गुम हो गया
तेरी माँ दी तलाश लैनी
जीजा लक मिन लक मिन लक मिन
भीज गई बाहर खड़ी
पी लाल परी मैं चक चक ओ चक चक
कैसेट वासेटे तावे शेव उसके बिके
सबसे ज़्यादा अब तक ओए अब तक
हे गंदा सा बंदा है
सोशल दरिंदा है
हे गंदा सा बंदा है
सोशल दरिंदा है
बज बाजा बाजा
बज बाजा बाजा
खेला शुरू है
आ देखें आजा
हे बज बज बज बज बज
बज बाजा..