भैरव एंथम Bhairava Anthem Lyrics in Hindi – Diljit Dosanjh (Kalki 2898 AD)

हो हो हो हो…

मतलब की
दुनिया है सारी
मैं क्यों लूं
किसी की ज़िम्मेदारी

दिल ये मेरा हां बेफिक्रा
ओह पंजाबी आओ रे ओए

मेरी मिज़ाजन अंखियां
माने ना गल्ल
धीथ है पक्कियां

वे रोहब वेखो जट्ट दा वे
कड़े नी पिछे हटदा वे
मेरे माहिया

के दिन रात करदा तरक्कियां
के दिन रात करदा तरक्कियां

वे रोहब वेखो जट्ट दा वे
मेरे मैय्या
कड़े नी पिछे हटदा वे
मेरे मैय्या

काम नहीं
कभी आएगी शरीफी
थोड़ी आदतों में
रख ज़रा बेमानियां

किसी की ना सुन
सुन अपनी ही धुन
और ज़िद पे करे जा
बस मनमानियां

है जीने का तरीका
मीठा थोड़ा तीखा
खुद से ही सीखा है
ना लेना देना किसी का होए

ओये चक!

फितरत है ऊंची आसमानी
खुद ही लिखू खुद की कहानी
जिगरा मेरा जज्बान भरा
हक में सितारे
कर लूं मैं सारे

वे सारा जग करदा ये ठगियां
निगाहें साड्डे पीछे
क्यों है लगियां

ओह सारा जग करदा ये ठगियां
निगाहें साड्डे पीछे
क्यों है लगियां

मेरी मिजाजन अंखियां
माने ना गल्ल
धीथ है पक्कियां

वे रोहब वेखो जट्ट दा वे
कड़े नी पिछे हटदा वे
मेरे माहिया

के दिन रात करदा तरक्कियां
के दिन रात करदा तरक्कियां

वे रोहब वेखो जट्ट दा वे
मेरे मैय्या
कड़े नी पिछे हटदा वे
मेरे मैय्या

ओह काम नहीं
कभी आएगी शरीफी
थोड़ी आदतों में
रख जरा बेमानियां

किसी की ना सुन
सुन अपनी ही धुन
और जिद पे करे जा
बस मनमानियां

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