तुम तो फ़रार हो जाते हो
चार गाड़ियाँ आती हैं
कल्ली को मिलने आते हो
लोगों के हाथ जुड़ते जो
मेरे आके बैठते पैरों में
अरे छोटी-छोटी बातें होती
रहती हैं बड़े शहरों में
छोटी-छोटी बातें होती
रहती हैं बड़े शहरों में
तू बैठ तो सही बोलेरो में
तू पूरी है मेरी यारा
आधा गुड़गांव अपना है
दस साल पहले कर दिया
जो अब लोगों का सपना है
तू पूरी है मेरी यारा
आधा गुड़गांव अपना है
दस साल पहले कर दिया
जो अब लोगों का सपना है
रातों को तो सुने थे फ़ाइअर
होते हैं दोपहर में
(होते हैं दोपहर में)
अरे छोटी-छोटी बातें होती
रहती हैं बड़े शहरों में
छोटी-छोटी बातें होती
रहती हैं बड़े शहरों में
तू बैठ तो सही बोलेरो में
मंत्री लगते हो बब्बू
इतना ना ताम-झाम करो
डर लगता है दुनिया से
अब इतना भी ना नाम करो
मिनिस्टर लगते हो एल्विश
इतना ना ताम-झाम करो
डर लगता है दुनिया से
अब इतना भी ना नाम करो
ओ बस अभी तो चर्चे होते हैं
कुछ अपनों में कुछ गैरों में
(अपनों में कुछ गैरों में)
छोटी छोटी बाते होती
रहती हैं बड़े शहरों में
छोटी छोटी बाते होती
रहती हैं बड़े शहरों में
ले बैठ गई मैं बोलेरो में