देवी दुर्गा उमा विश्व जननी रमा मात तारा लिरिक्स Devi Durga Uma Vishva Lyrics Bhagwati Stuti

देवी दुर्गा उमा विश्व जननी रमा मात तारा लिरिक्स Devi Durga Uma Vishva Lyrics Bhagwati Stuti by Pt. Ravindra krishna purohit देवी दुर्गा उमा, विश्व जननी रमा, मात तारा, एक जगदम्बा तेरा सहारा, देवि दुर्गा उमा, विश्व जननी रमा, मात तारां, एक जगदम्बा तेरा सहारा। तू ही वैष्णवी मोह माया, तूने सारे जग को बनाया, … Read more

साँचो है मैया का नाम रे साँचो है लिरिक्स Sancho Hai Maiya Ka Naam Lyrics

साँचो है मैया का नाम रे साँचो है लिरिक्स Sancho Hai Maiya Ka Naam Lyrics, Mata Rani Bhajan by Singer – Rimi Basu Sinha, Kumar Sanu. This is Best Kumar Shanu Bhajan on Mata Rani Bhajan. साँचो है मैया का नाम रे साँचो है, साँचो है अम्बे तेरो नाम रे, सांचो है मैया का नाम … Read more

मैया की लाल चुनरी लिरिक्स – Maiya Ki Laal Chunari Lyrics

मैया की लाल चुनरी लिरिक्स – Maiya Ki Laal Chunari Lyrics ओडी ओडी रे मैया जी ने लाल चुनरी लाल चुनरी गोटेधार चुनरी ओडी ओडी रे मैया जी ने लाल चुनरी सत युग में माँ जन्म लिया है शक्ति माँ कहलाई भोले संग में व्याह रच्या हवन में गई समाई ओडी ओडी रे मैया जी … Read more

Durga Saptashti Chapter 3- श्री दुर्गा सप्तशती तीसरा अध्याय

Durga Saptashti Chapter 3- श्री दुर्गा सप्तशती तीसरा अध्याय श्री दुर्गा सप्तशती- तीसरा अध्याय सेनापतियों साहित महिषासुर का वध महर्षि मेध ने कहा- महिषासुर की सेना नष्ट होती देख कर, उस सेना का सेनापति चिक्षुर क्रोध में भर देवी के साथ युद्ध करने के लिए आगे बढ़ा। वह देवी पर इस प्रकार बाणों की वर्षा … Read more

Durga Saptashti Chapter 4- श्री दुर्गा सप्तशती चौथा अध्याय

Durga Saptashti Chapter 4- श्री दुर्गा सप्तशती चौथा अध्याय श्री दुर्गा सप्तशती- चौथा अध्याय इन्द्रादि देवताओं द्वारा देवी की स्तुति महर्षि मेधा बोले- देवी ने जब पराक्रमी दुरात्मा महिषासुर को मार गिराया और असुरों की सेना को मार दिया तब इन्द्रादि समस्त देवता अपने सिर तथा शरीर को झुकाकर भगवती की स्तुति करने लगे-जिस देवी … Read more

Durga Saptashti Chapter 5 – श्री दुर्गा सप्तशती पांचवा अध्याय

Durga Saptashti Chapter 5 – श्री दुर्गा सप्तशती पांचवा अध्याय Durga-Saptashti-Chapter-5 देवताओं द्वारा देवी की स्तुति महर्षि मेघा ने कहा- पूर्वकाल में शुम्भ निशुंभ नमक असुरों ने अपने बल के मद से इंद्र का त्रिलोकी का राज्य और यज्ञों के भाग छीन लिए और वह दोनों इसी प्रकार सूर्य, चंद्रमा, धर्मराज और वरुण के अधिकार … Read more

Durga Saptashti Chapter 6 – श्री दुर्गा सप्तशती छठा अध्याय

Durga Saptashti Chapter 6 – श्री दुर्गा सप्तशती छठा अध्याय श्री दुर्गा सप्तशती- छठा अध्याय धूम्रलोचन वध महर्षि मेधा ने कहा- देवी की बात सुनकर दूत क्रोध में भरा हुआ वहाँ से असुरेन्द्र के पास पहुँचा और सारा वृतान्त उसे कह सुनाया। दूत की बात सुन असुरेन्द्र के क्रोध का पारावर न रहा और उसने … Read more

Durga Saptashti Chapter 7 – श्री दुर्गा सप्तशती सातवाँ अध्याय

Durga Saptashti Chapter 7 – श्री दुर्गा सप्तशती सातवाँ अध्याय श्री दुर्गा सप्तशती- सातवाँ अध्याय चण्ड और मुण्ड का वध महर्षि मेधा ने कहा- दैत्यराज की आज्ञा पाकर चण्ड और मुण्ड चतुरंगिनी सेना को साथ लेकर हथियार उठाये हुए देवी से लड़ने के लिए चल दिये। हिमालय पर्वत पर पहुँच कर उन्होंने मुस्कुराती हुई देवी … Read more

Durga Saptashti Chapter 8 – श्री दुर्गा सप्तशती आठवाँ अध्याय

Durga Saptashti Chapter 8 – श्री दुर्गा सप्तशती आठवाँ अध्याय श्री दुर्गा सप्तशती- आठवाँ अध्याय रक्तबीज वध महर्षि मेधा ने कहा- चण्ड और मुण्ड नामक असुरों के मारे जाने से और बहुत सी सेना के नष्ट हो जाने से असुरों के राजा, प्रतापी शम्भु ने क्रोध युक्त होकर अपनी सम्पूर्ण सेना को युद्ध के लिये … Read more

Durga Saptashti Chapter 9 – श्री दुर्गा सप्तशती नवां अध्याय

Durga Saptashti Chapter 9 – श्री दुर्गा सप्तशती नवां अध्याय Durga-Saptashti-Chapter-9 (निशुम्भ वध) राजा ने कहा- हे ऋषिराज ! अपने रक्तबीज के वध से सम्बन्ध रखने वाला वृतांत मुझे सुनाया। अब मैं रक्तबीज के मरने के पश्चात क्रोध में भरे हुए शुम्भ व निशुम्भ ने जो कर्म किया, वह सुनना चाहता हूँ। महर्षि मेघा ने … Read more