तैनू कुछ वी नहीं दरकार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार
बस काफी हो गई यार
दो लाइना दे विच घार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार
तेरी जो कहानी है वो मेरी भी कहानी है
उँचा उँचा बोल सारे जग नु सुनानी ए
कोई तो आवाज़ तुझे नींद से जगाएगी
टूटा हुआ ख्वाब तेरा जोड़के दिखाएगी
सपनों से आगे तुझे, यही लेके जाएंगे
सारे पहचान जाएंगे
मेरी गल तै सुन ले यार
तैनू कुछ वी नहीं दरकार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार
बस काफी हो गई यार
दो लाइना दे विच घार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार
जी तो चाहता है लेकिन सोच ये सताती है
बात जो नहीं भी होती, दुनिया बनाती है
पैर है ज़मीन पे लेकिन, चाँद पे निशाना है
रास्ते में आने वाली आँधियाँ डराती हैं
नहीं नहीं नहीं, डरना नई
हुण कदी पिछे हटना नई
जान जाएंगे ये सारे, जान जाएंगे
मर मर के जीने वाले कौन से ज़माने हैं
ज़िंदगी तों अखाँ न चुरा
सस्सी और हीर वाले किस्से तो पुराने हैं
नवा कुछ करके वखा
दिलाँ विच रहन वाला रब मन जाएगा ते
आपे सारे मान जाएंगे
मेरी गल तै सुन ले यार
तैनू कुछ वी नहीं दरकार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार
बस काफी हो गई यार
दो लाइना दे विच घार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार
नदियाँ दे उस पार
चल चलीए हुण नदियाँ दे उस पार