चल कुड़िये Chal Kudiye Lyrics in Hindi – Diljit Dosanjh (Jigra)

मेरी राखी पहनता है ना तू
मेरी सुरक्षा में है
तुझे मैं कुछ भी होने नहीं दूंगी,
कभी भी

चल कुड़िये, उठ कुड़िये
चल कुड़िये, उठ कुड़िये

ये अंबर तेरे आगे है
तेरे दम से दुनिया जागे है
बेखौफ समंदर आदि तेरा जिगरा

ये अंबर तेरे आगे है तेरे
दम से दुनिया जागे है
बेखौफ समंदर आदि तेरा जिगरा

चल कुड़िये, उठ कुड़िये
चल कुड़िये, उठ कुड़िये

तू जश्न भी है तू जरूरी है
तू जिंदगी का दरिया है
तूफानो से लड़ जावे तेरा जिगरा

तू जशन भी है तू जरूरी है
तू जिंदगी का दरिया है
तूफ़ानो से लड़ जावे तेरा जिगरा

फौलाद का दिल बन जायेंगे
ये जो कच्चे कोमल धागे है

चल कुड़िये, उठ कुड़िये
चल कुड़िये, उठ कुड़िये

ना है ज़मीन ना है फलक
कुछ है दोनों के दरमियान
कुछ और नहीं है जिंदगी
बस इंतिहान दर इंतिहान

कुछ और नहीं है जिंदगी
बस इंतिहां दर इंतिहां

पूरा होने की ख्वाहिश में
कुछ टुकड़े आधे-आधे है
बेखौफ समुंदर आदि तेरा जिगरा

तेरे ख्वाब मामुली ख्वाब नहीं
ये हिम्मत के शहजादे है

चल कुड़िये, उठ कुड़िये
चल कुड़िये, उठ कुड़िये

तुझे मैं कुछ भी नहीं होने दूंगी,
कभी भी..

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