जी भर के देख लो हम, अब चले जाएंगे
पता नहीं फिर कब मिल पाएंगे
जी भर के देख लो हम, अब चले जाएंगे
चले जाएंगे
पता नहीं फिर कब मिल पाएंगे
जी भर के देख लो हम, अब चले जाएंगे
चले जाएंगे
यादें तुम्हारी आएँगी तो क्या करेंगे
आसमान के चाँद को हर शाम देख लेंगे
एक चाँद मेरा भी था, ये सोच लेंगे
तूटा है दिल इसको, और तोड़ लेंगे
घर में नहीं है कोई, किसके लिए घर जाएंगे
सांसें तो लेनी होंगी, पर मर जाएंगे
वैसे भी कम जिंदगी लगती है
उम्मीदें हैं कुछ जो तुमसे ही रखती हैं
दिल पूछता है, क्या मिला तेरे होके
नए तो नहीं हैं इस मोहब्बत में धोखे
पूछेंगे लोग तो हम क्या बताएंगे
जीना है मुश्किल बिन तेरे, पर अब जी जाएंगे
चले जाएंगे