कह रही है ये खामोशियाँ
तुझपे ये दिल मेहरबान हैं
ना दे कोई सज़ा तू मुझे
सांसें तेरी ही मोहताज़ हैं
तुझपे ये दिल मेहरबान हैं
ना दे कोई सज़ा तू मुझे
सांसें तेरी ही मोहताज़ हैं
तू मेरा ख्वाब है तू ही ख्वाहिश है
रब का मुझपे ये एहसान है
कह रही है ये खामोशियाँ
तुझपे ये दिल मेहरबान हैं
ना दे कोई सज़ा तू मुझे
सांसें तेरी ही मोहताज़ हैं
क्या जाने तू मैं हूं तेरा दीवाना
तू मुझसे यू दूर ना जाना
मंज़र है कैसे ये उलझन है कैसी
है उल्फत का दुश्मन जमाना
क्या जाने तू मैं हूं तेरा दीवाना
तू मुझसे यू दूर ना जाना
मंज़र है कैसे ये उलझन है कैसी
है उल्फत का दुश्मन जमाना
आएगी है यकीन तू कभी ना कभी
है मेरी बस तमन्ना तू ही
तुझपे ये दिल मेहरबान हैं
तुझपे ये दिल मेहरबान हैं