सब तुम्हें दे दिया तुमसे मांगी वफ़ा
क्या कहूँ तुमसे पर वो भी ना हो सका
मेरा दिल तोड़ कर तुम
ज़माने से रिश्ते निभाते रहना निभाते रहना
क्या कहूँ तुमसे पर वो भी ना हो सका
मेरा दिल तोड़ कर तुम
ज़माने से रिश्ते निभाते रहना निभाते रहना
ख्वाब में ही कभी अब मिलना होगा
सांसें तो है बच्ची पर दिल ना होगा
ख्वाब में ही कभी अब मिलना होगा
सांसें तो है बच्ची पर दिल ना होगा
पर दिल ना होगा
खुद से ज़्यादा मुझे तुमपे ऐतबार था
पगलों की तरह प्यार है प्यार था
खुद से ज़्यादा मुझे तुमपे ऐतबार था
पगलों की तरह प्यार है प्यार था
किस तरह खुद को हम है संभाले हुए
तुझको खोना का गम मौत से है बुरा
मुझे ना पता था अब तू सफर में शामिल ना होगा
शमिल न होगा
ख्वाब में ही कभी अब मिलना होगा
सांसें तो है बच्ची पर दिल ना होगा
ख्वाब में ही कभी अब मिलना होगा
सांसें तो है बच्ची पर दिल ना होगा
पर दिल ना होगा