आजकल हम जागते
रात भर तेरे वास्ते
कैसे कहूँ एक दिन
लगे जैसे सौ साल वे
रात भर तेरे वास्ते
कैसे कहूँ एक दिन
लगे जैसे सौ साल वे
कर रहा हूँ तेरा
दिन रात मैं इंतज़ार
तू ही इश्क़ मेरा
है तू ही बस मेरा प्यार
दुआ दुआ दुआ तू ही तू है दुआ
वजह वजह वजह जीने की तू वजह
दुआ दुआ दुआ तू ही तू है दुआ
वजह वजह वजह जीने की तू वजह
जी रहा हूँ तुझसे ही मैं
तो ज़रा सा जी लेने दे
हो गया है इश्क़ तुझसे
दिल तुझी को हदे बैठे है
इतनी सी इल्तिज़ा
तू ही मिले हर दफा
मानता हूँ आज से
तुझको मैं अपना जहाँ
चाहूँगा तुझे इतना
कोई और चाहेगा क्या
दुआ दुआ दुआ तू ही तू है दुआ
वजह वजह वजह जीने की तू वजह
दुआ दुआ दुआ तू ही तू है दुआ
वजह वजह वजह जीने की तू वजह