फितरत Fitrat Lyrics in Hindi – Kaifi Khalil, Tulsi Kumar

ये तेरा हुस्न भी क्या फितूर है
सिर्फ सूरत नहीं तुझमें नूर है

दस्तूर है दस्तूर है
चाहो जिसे वो मिलता नहीं
मजबूर है मजबूर है
फितरत भी अपनी बदलता नहीं

इश्क़ गहरा सही लाख पहरा सही
इश्क़ गहरा सही लाख पहरा सही
तुम मेरे नाम का काजल भर दो

अंधेरा है कितना मुझमें
उजाला सा भर दो
अंधेरा है कितना मुझमें
उजाला सा भर दो
उजाला सा भर दो

लहज़ा तेरा बातें तेरी
दिल में बसी है ख़ुशबू तेरी
तू है तो दुनिया महबूब है
चाहत है या है साज़िश तेरी

लहज़ा तेरा बातें तेरी
दिल में बसी है ख़ुशबू तेरी
तू है तो दुनिया महबूब है
चाहत है या है साज़िश तेरी

इश्क़ गहरा सही लाख पहरा सही
इश्क़ गहरा सही लाख पहरा सही
तुम मेरे नाम का काजल भर लूं

मेरी सारी रातें ले लो
मेरे दिन भी रख लो

अंधेरा है कितना मुझमें
उजाला सा भर दो
अंधेरा है कितना मुझमें
उजाला सा भर दो

सब कर लेना लम्हे ज़ाया मत करना
ग़लत जगह पर जज़्बे ज़ाया मत करना
जिनकी आँखें प्यारी बातें झूठी हों
उनकी ख़ातिर सपने ज़ाया मत करना

सादा हूँ ब्रांड्स पसंद नहीं मुझको
मुझपर अपने पैसे ज़ाया मत करना
इश्क़ तो नीयत की सच्चाई देखता है
दिल न झुके तो सजदे ज़ाया मत करना

याद का दरवाज़ा बंद न करना ऐ दोस्त
मेरी ख़ातिर काफ़ी ज़ाया मत करना
जिन लोगों को ख़ामोशी की क़द्र न हो
उन लोगों पर लहज़े ज़ाया मत करना

मेरी सारी रातें ले लो
मेरे दिन भी रख लो

अंधेरा है कितना मुझमें
उजाला सा भर दो
अंधेरा है कितना मुझमें
उजाला सा भर दो
अंधेरा है कितना मुझमें

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