किस्मत का लिखा
है मिटाना मुझे
होनी का भी सर
है झुकाना मुझे
है मिटाना मुझे
होनी का भी सर
है झुकाना मुझे
मेरे अंदर है छुपा
जिसे कहते हैं खुदा
मेरे अंदर है छुपा
जिसे कहते है खुदा
घुल रहा है ज़हर
बुझती सी इन सांसों में
फिर भी दिल कह रहा
जीत है इन राहों में
घुल रहा है ज़हर
बुझती सी इन सांसों में
फिर भी दिल कह रहा
जीत है इन राहों में
सोच ले तू फिर
खाक करे तारे
ज़िद है यह ज़िद
इस ज़िद से जहां हारे
वादा जीत का
है निभाना मुझे
किस्मत का लिखा
है मिटाना मुझे
मेरे अंदर है छुपा
जिसे कहते हैं खुदा
मेरे अंदर है छुपा
जिसे कहते है खुदा