हकीकत Haqeeqat Lyrics in Hindi – Akhil Sachdeva

तू ही आस पास तू ही आखिरी तलख
सांस जब तक तू नज़र आयी है
हाये हाये हाये दिल करे धक धक
तेनु तक तक आँखन भर आई है

ख्वाब तेरी आँखों के मैं पुरे कर जाऊंगा
नाम तेरा ही रहेगा मैं जिधर जाऊंगा
माँगा है तुझे दुआ में तुझे ही पाऊंगा
मर जाऊंगा जो तेरा नहीं बन पाऊंगा

तू ही है हकीकत सपना भी तू
अपना ही तुझको ही माना है पिया
तू ही है जरुरत याद रख तू
तुझमें ही बस रह जाना है पिया

तू ही है हकीकत सपना भी तू
अपना भी तुझको ही मानना है पिया
तू ही है जरुरत याद रख तू
तुझमें ही बस रह जाना है पिया

जैसी तेरी आँखों को छू कर
निंदिया वो मेरे सिहाने आ जाये
चंदा भी जैसा रातों में आकर
तेरी ही धुन को मेरी कानो में गाए

ऐसे ही तू भी आ मिले
बस यूं ही तेरा साथ हो
तुझसे ही जीना हो मेरा
तुझसे ही सारी बात हो

तेरे सहर से यादों को चुराके मैं तेरी
तेरे लिए तेरे जैसा ही जहां बनाऊंगा
माँगा है तुझे दुआ में तुझे ही पाऊंगा
मर जाऊंगा जो तेरा नहीं बन पाऊंगा

तू ही है हकीकत सपना भी तू
अपना ही तुझको ही माना है पिया
तू ही है जरुरत याद रख तू
तुझमें ही बस रह जाना है पिया

तू ही है हकीकत सपना भी तू
अपना भी तुझको ही मानना है पिया
तू ही है जरुरत याद रख तू
तुझमें ही बस रह जाना है पिया

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